एक गहरी ख़ामोशी

एक गहरी ख़ामोशी एक घोर सन्नाटा, एक गहन वीराना
सभी आबाद हैं मेरे एक तनहा से दिल में
एक रोशन चिराग़ एक महकता अहसास एक जीने की चाह
सभी बुझे हुए से है मेरे एक अंधेरे दिल में
एक हसीन ख़्वाब एक चाँदनी रात. एक किसी का साथ
सभी अपने निशाँ छोड़ गए मेरे एक शीशा ए दिल में

🖋अनुपम मिठास 🖋